ग्रेटर नोएडा वेस्ट, 4 मई 2025:
निराला एस्टेट फेस-2 स्थित फ्लैट नंबर 26-2103 से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ नेत्रहीन नागरिक श्री राजेश रोहतगी ने महिला किरायेदार प्रीति गुप्ता और उसके सहयोगी कथित फर्जी पत्रकार अजीत कुमार वियोगी उर्फ राज पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मामले की संवेदनशीलता और साक्ष्यों को देखते हुए पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
राजेश रोहतगी के अनुसार, उन्होंने 1 अप्रैल 2024 को उक्त फ्लैट प्रीति गुप्ता को किराए पर दिया था। फरवरी 2025 में एग्रीमेंट समाप्त हो जाने के बावजूद, महिला ने जबरन कब्जा बनाए रखा। दिसंबर 2024 में फ्लैट खाली करने की एवज में 1 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। उसके बाद बार-बार पैसों की मांग होती रही — 30 अप्रैल को 25 लाख रुपये की डिमांड की गई, न देने पर उनके बेटे को बलात्कार के झूठे केस में फंसाने की धमकी दी गई।
डर और मजबूरी के चलते श्री रोहतगी ने कुल ₹85,000 — ₹50,000 प्रीति गुप्ता के खाते में, ₹10,000 अजीत वियोगी को UPI से, और ₹25,000 नगद — दिए, लेकिन फ्लैट अब तक खाली नहीं किया गया और लगातार धमकियाँ मिलती रहीं।
पीड़ित द्वारा प्रस्तुत ऑडियो रिकॉर्डिंग, व्हाट्सएप चैट, सोशल मीडिया पोस्ट और बैंक ट्रांजैक्शन जैसे ठोस साक्ष्यों के आधार पर थाना बिसरख पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रीति गुप्ता व अजीत कुमार वियोगी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
राजेश रोहतगी ने बताया कि ये दोनों लोग लंबे समय से धमकी, ब्लैकमेलिंग और झूठे मुकदमों के जरिए कई लोगों को परेशान कर चुके हैं। उन्होंने अपील की है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई निर्दोष व्यक्ति शिकार न बने।
पुलिस प्रशासन की तत्परता की सराहना करते हुए, श्री रोहतगी ने कहा कि कानून में आस्था बनी रहे, इसके लिए इस तरह की तेज कार्रवाई अत्यंत आवश्यक है।
