मीरापुर में खुलेआम पिस्टल लेकर महिलाओं के पीछे क्यों दौड़े SHO ??

मीरापुर में खुलेआम पिस्टल लेकर महिलाओं के पीछे क्यों दौड़े SHO ??

यूपी की नौ विधानसभा सीटों के उपचुनाव में वोटिंग के बीच बुर्के और पहचान पत्र पर सियासी संग्राम छिड़ गया है. विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) ने पुलिस प्रशासन पर सत्ताधारी दल के दबाव में उसके मतदाताओं को वोटिंग से रोकने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की है. चुनाव आयोग ने सपा की शिकायत पर कानपुर से लेकर मुरादाबाद और मुजफ्फरनगर तक, एक्शन लेते हुए आधा दर्जन से अधिक पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भी फर्जी पहचान पत्र पर, पर्दानशीं महिलाओं की पहचान सुनिश्चित किए बिना मतदान कराए जाने की शिकायत की है. सपा और बीजेपी, दोनों के लिए ही नाक की इस लड़ाई का सेंटर कानपुर का सीसामऊ बन गया है.

समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाए हैं कि उत्तर प्रदेश में उपचुनाव की वोटिंग के दौरान कई जगह शिकायत मिली है कि वोटर्स को वोटिंग करने से रोका जा रहा है. इस संबंध में पार्टी की ओर से कई वीडियो जारी किए गए. वीडियो सामने आने के बाद चुनाव आयोग ने एक्शन लिया है और सात पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है.

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के दोनों इंजन आमने-सामने आ गए हैं। इसलिए इन चुनाव में बेइमानी हो रही है। भाजपा बेइमानी से चुनाव जीतना चाहती है। चुनाव में गड़बड़ी कराने में जो पुलिस अधिकारी लिप्त हैं। उनके नाम और पदनाम की लिस्ट हम बना रहे हैं। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। कल को कोर्ट का फैसला इन बेइमानों के खिलाफ जायेगा। इनकी नौकरी, पेंशन, पीएफ सब जाएगी, इनके बच्चे परिवार और रिश्तेदारों में इज्जत भी जाएगी। जनता ऐसे अधिकारियों को कैसे देखेगी बताने की जरूरत नहीं है। मीरापुर के वोटर आई कार्ड छीनने वाले अधिकारी की मैं खुद जानकारी करूंगा। उन्होंने कहा कि मेरी मुख्य चुनाव आयुक्त से सुबह से दो बार बात हो चुकी है। उन्होंने कहा है कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ तथ्य उपलब्ध करवाएं। कार्रवाई की जाएगी।

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट पर हुए उपचुनाव में जबर्दस्त बवाल हुआ। विधानसभा क्षेत्र के गांव ककरोली में हंगामा कर रहे लोगों पर पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज कर उन्हें तितर-बितर कर दिया। इस दौरान गांव में भोला चाय वाले की दुकान के सामने गली में वोट डालने जा रही महिलाओं और पुलिस के बीच तीखी बहस हुई। एक ओर से महिलाएं हाथ में वोटर पर्ची लिए मतदान करने के लिए निकलीं तो दूसरी ओर उनके सामने पुलिस फोर्स के साथ ककरौली थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव शर्मा हाथ में पिस्टल लिए खड़े थे। इस दौरान थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव शर्मा और महिलाओं में नोकझोंक हुई। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वायरल वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि इंस्पेक्टर राजीव शर्मा हाथ में पिस्तौल ताने हुए हैं। सामने खड़ी महिलाओं को धमका रहे हैं। इस दौरान आवाज आ रही है कि अगर आगे बढ़े तो गोली मार दूंगा जबकि महिलाएं अपने वोट डालने के लोकतांत्रिक अधिकार की बात करते हुए कह रही हैं कि पुलिस को गोली मारने का आदेश नहीं दिया गया है।

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