सुपरटेक इको विलेज 1 में बदबूदार दूषित पानी पीकर निवासी हो रहे बीमार

सुपरटेक इको विलेज 1 में बदबूदार दूषित पानी पीकर निवासी हो रहे बीमार

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसाइटी सुपरटेक इकोविलेज 1 और आस पास कि कुछ सोसाइटीओं में आजकल दूषित पानी सप्लाई होने के कारण महामारी का दौर चल रहा है।

सोसाइटी के निवासी जीत बहादुर सिंह ने बताया कि पानी के सैंपल को विभिन्न स्थानीय लैब से जब चेक कराया गया तो पाया गया कि सप्लाई कि जा रही पानी कि गुणवक्ता पीने योग्य नहीं है। एक टेस्ट सैंपल के रिपोर्ट में कॉलिफोर्म और ईकोलाई बैक्टीरिया पाई गई है। इस दूषित पानी को पीने से इकोविलेज 1 में ही केवल 100 से ज्यादा निवासियों कि तबियत खराब चल रही है। लोग उल्टी, दस्त, पेट दर्द कि शिकायत से जूझ रहे हैं।

सोसाइटी के निवासी शशि भूषण शाह ने बताया कि इस घटना कि जानकारी मिलने पर स्थानीय प्राथमिक चिकित्सा केंद्र बिसरख के CMO सचिंद्र कुमार मिश्रा, स्वास्थ अधिकारी अरविंद चौधरी और उनकी टीम ने आज इकोविलेज 1 का दौरा किया।

CMO ने इकोविलेज 1 सोसाइटी के चीफ फैसिलिटी मैनेजर मनु त्यागी से सप्लाई हो रहे पानी कि गुणवक्ता व्यवस्था और निवासियों में बीमारी फैलने कि जानकारी ली। CMO ने दूषित पानी से फैली महामारी के रोक थाम और उपचार के लिए सोसाइटी के अंदर 5 फरवरी 25 से कैंप लगाने का निर्देश दिया है।

निवासियों का आरोप है कि ग्रेविटी फैसिलिटी एजेंसी जो यहाँ के मेंटेनेंस का कार्यभार देखती हैं उसने सोसाइटी के फ्लेटों में पानी सप्लाई व्यवस्था में घोर लापरवाही बरती है।

निवासियों ने बताया कि पानी के मेन स्टोरेज टैंक और टॉवरों में बने अलग अलग स्टोरेज टैंकों के हालत बहुत ही खराब है। स्टोरेज टैंकों कि साफ सफाई कई महीनों से नहीं हुई है जिसके कारण टैंक में दूषित पानी का कीचड़ जमा हो गया है और उन्हीं टैंकों का दूषित पानी निवासियों को सप्लाई हो रहा। निवासियों के विरोध के बाद ग्रेविटी फैसिलिटी ने अब टैंकों कि सफाई का काम शुरू किया है। इस दौरान यह भी पता चल रहा है कि टैंकों के फर्श पर बिछी सुरक्षा टाइलें टूटी पड़ी हैं, गड्ढे हुए पड़े हैं जहाँ पानी का कीचड़ जमा हो रहा। इस सभी हालातों से निवासियों में बहुत आक्रोश है और निवासी ग्रेविटी मेंटेनेंस एजेंसी को हटाने कि मांग कर रहे हैं।

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