सुपरटेक बिल्डर के भ्रष्टाचार और अवैध वसूली के खिलाफ़ फ्लैट बायर्स का जंतर-मंतर पर मोर्चा

सुपरटेक बिल्डर के भ्रष्टाचार और अवैध वसूली के खिलाफ़ फ्लैट बायर्स का जंतर-मंतर पर मोर्चा

ग्रेटर नोएडा- वेस्ट सुपरटेक लिमिटेड के हजारों घर खरीदार पिछले बारह साल से अपने घरों के इंतजार में दर दर भटक रहे हैं, ये हजारो घर खरीदार, पिछले पांच साल से राष्ट्रीय उपभोक्ता मंच, रेरा, एनसीएलएटी, सुप्रीम कोर्ट, आर्थिक अपराध शाखा और पटियाला हाउस कोर्ट में अपने अधिकारो के लिए लड़ रहे हैं।

6 अक्टूबर को, सुपरटेक लिमिटेड के 14 प्रोजेक्ट्स से 750 से अधिक व्यथित होमबायर्स ने जंतर-मंतर पर एक संगठित शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन में अपनी सामूहिक आवाज उठाई।

इस शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का आयोजन करने के लिए सुमित गुप्ता और कपिल दत्त शर्मा (हिलटाउन), कैलाश चंद्र (अपकंट्री), गौरव कपिल एवम महिंद्र कुमार महिंद्रा, इको विलेज 1 आयोग रस्तोगी और चेतन कपूर इको विलेज 3 गुलशन कुमार और आकाश गोयल नॉर्थ आई और आचिन मजूमदार स्पोर्ट्स विलेज ने विशेष प्रयास किए।

उल्लेखनीय है कि महेंद्र कुमार महिंद्रा को आज सुबह जंतर मंतर की ओर जाते समय अज्ञात हमलावरों ने हमला किया जिससे उनके हाथ और बांह में गंभीर चोट आई है। सभी होम बायर्स को यह अंदेशा है कि इस घटना के पीछे सुपरटेक प्रबंधन का हाथ है जिसकी प्रशासन द्वारा न्यायिक जांच की जाए। इस मामले में पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई गई है। अब सुपरटेक बिल्डर खरीददारों की आवाज को दबाने के लिए अपने बॉउंसरो द्वारा फ्लैट बायर्स पर हमला करा कर भ्रष्टाचार के खिलाफ़ उठ रहे आवाज़ को दबाने का प्रयास कर रहा है।

जंतर मंतर पर “यूनाइटेड होमबायर्स” फोरम के 20 से अधिक वक्ताओं ने घर के मिलने में बारह वर्ष से अधिक की देरी, वित्तीय अनियमितताएं, सुपरटेक लिमिटेड के द्वारा अनैतिक तरीके से बीबीए एग्रीमेंट से अधिक पैसे की मांग, आधे अधूरे प्रोजेक्ट और रजिस्ट्रेशन मुद्दों से लेकर IRP के dwara5 निष्पक्ष तरीके से कार्य न करने के मुद्दों पर आवाज़ उठाई।

प्रदर्शन करने वाले होमबायर्स की मुख्य मांगें हैं-

1. एनबीसीसी के समाधान प्रस्ताव में होमबायर्स के हितों को ध्यान में रखते हुए सुधार किया जाए।

2. सुपरटेक लिमिटेड का फोरेंसिक ऑडिट हो, जिससे एनबीसीसी(NBCC) को सभी हितधारकों (घर खरीददार, बैंक एवम अथॉरिटी) के लिए एक मजबूत योजना बनाने में मदद मिले।

3. सुपरटेक लिमिटेड के प्रबंधन की भागीदारी को पूरी तरह से हटा दिया जाए।

4. सुपरटेक के प्रोमोटर्स की गिरफ़्तारी।

5. मौजूदा घर खरीदारों के लिए कोई लागत वृद्धि नहीं की जाए।

6. भारत सरकार के द्वारा SWAMIH इन्वेस्टमेंट फंड से इंतरिम फंडिंग कराई जाए।

7. YG एस्टेट को सुपरटेक प्रोजेक्ट के मैंटेनेंस एजेंसी के कार्य से बर्खाश्त किया जाये।

गांधी जयंती पर, अपनी व्यथा को व्यक्त करते हुए घर खरीदारों ने, गांधी जी के सत्य एवम अहिंसा के मूलभूत सिद्धांत से प्रेरित होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को हज़ारो ईमेल किये थे जिसमे उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री जी से घर खरीददारो की समस्या का समुचित समाधान करने की प्रार्थना की।

इन हजारो घर खरीददारो में से बहुतायत अपने घर की कीमत का 95% या लगभग संपूर्ण राशि सुपरटेक को दे चुके हैं फिर भी अभी तक घर के लिए भटक रहे हैं। सुपरटेक की विभिन्न परियोजना 2010 से शुरू हुई थी जो अभी तक अधूरी है, इनके घर खरीदार चौतरफा परेशान है। इनमें ज्यादातर लोग ऐसे हैं जो घर की ई एमआई भी दे रहे हैं, किराया भी दे रहे हैं और इनकम टैक्स में ब्याज का फायदा भी नहीं ले पा रहे हैं, क्योंकि इनको घर का पजेशन नहीं मिला है। जिनको घर मिल गए हैं वो आधी अधूरी बनी सोसायटी में अव्यवस्था और कुप्रबंधन का शिकार है।

प्रदर्शन के अवसर पर “होम बायर्स अब एक हो जाएगा” शीर्षक से एक प्रेरणादायक कविता भी जारी की गई, जो ‘यूनाइटेड होमबायर्स’ के बैनर के तहत विभिन्न प्रोजेक्ट्स के होमबायर्स के एकजुट होने को दर्शाती है।

प्रदर्शन के समापन पर, संयुक्त प्रतिनिधियो ने अपनी मुख्य मांगों को पीएम नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए माननीय राष्ट्रपति, वित्त मंत्री, माननीय मुख्य न्यायाधीश, आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री, IBBI अध्यक्ष, कानून मंत्री, NCLAT अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और हरियाणा के मुख्यमंत्री को भी एक प्रति भेजी।

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