ग्रेटर नोएड़ा वेस्ट के सेवियर ग्रीन आर्क सोसाइटी में 400 परिवार रह रहे हैं, भारी भरकम मैन्टेननंस देने के बावजूद भी यहां के लोगो को अपनी दैनिक जरुरतो को पूरा करने के लिए भी बिल्डर ने भगवान भरोसे छोड़ दिया हैं। सोसाईटी के कुछ सदस्यों से हमारे संवाददाता ने बात की और पाया की बिल्डर अब तो लगभग एक हजार लोगो के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड कर रहा हैं।
सोसाइटी के नागरिको का कहना है की यहा का एस्टेट मैनेजर तथा बिल्डर मैनेजमेंट दोनो ही बहुत कामचोर हैं और उनको काम ही नही करना। इसलिए इन का स्टाफ भी काम ही नही करता। इन समस्याओं के लिए सारे रेसिडेंट्स एकजुट होकर खुद ही बिल्डर के खिलाफ मुहिम शुरू कर रखी हैं। कुछ समस्यआये निम्न प्रकार है-
1- बिल्डर ने बिना टेस्टिंग के एसटीपी बिना फिल्टर किया पानी घरो मे सप्लाइ कर दिया जिसे सब रेसिडेंट्स के घरो मे मानव मलमूत्र की दुर्गंध फैल गई । और तो और बिल्डर ने पूरे स्टाफ़ को भी छुट्टी दे दि और ये समस्या आज तक भी बरकरार है, इस दुर्गंध से लोगो का घरो मे रहन्ना तक दुर्भर हो गया है, इसेके साथ ही लोगो के बाथरूम के महेंगे उपकरण भी खराब हो गए है तथा गंदगी दुर्गंघ उनमे से जा ही नही रही है।
2- यहां बहुत मच्छर है। बिल्डर मैनेजमेंट को हर बार फोग्गिंग के लिए याद् दिलाना पड़ता है उसके बावजूद भी वो कभी कभी ही फोग्गिंग कराता है तथा रोज नया बहाना बना कर फ़ॉगिंग बंद कर देता है। यहा कम से कम 10 -150 डेंगू के मामले सामने आ चुके है।
3- सिक्यूरिटी एजेंसी को बदल कर नई एजेंसी को नियुक्त किया गया और आज हालात यह हैं कि कोई भी सेकुरिटी गार्ड नही है तथा रेसिडेंट्स की सुरक्षा भगवान भरोसे छोड़ रखी है।इसका कोई भी जवाब नहीं हैं उनके पास।
4- किसी भी त्यौहार में सभी मैन्टेननंस स्टाफ छुट्टी पर चला जाता हैं यह 400 परिवार की सुरक्षा की कोई परवाह नहीं। जैसे की घर में पानी नहीं आ रहा,लाइट चली गई हो।कोई देखरेख वाला नही होता। एस्टेट मेनेजर भी अपना फ़ोन स्विच ऑफ करके रखता है।
5- स्विमिंग पूल में पानी भर दिया और उसका कोई रख रखाव नहीं है । इससे ये पानी गन्दा हो चूका है और इसमे मच्छर पनप रहे है। इससे मच्चरो का प्रकोप और बढ् रहा हैं। 6- पार्क में हर जगह गड्ढे है कभी भी कोई भी अनहोनी हो सकती है मगर बिल्डर आँख बंद करके बैठा है।
फ्लेट बायर्स एसोसिएशन नेफोमा की जनरल सेक्रेटरी रश्मी पांडेय ने बताया बिल्डर से मूलभूत सुभिधाओँ के लिए कई बार शिकायत कर चुके है लेकिन कोई समाधान नही निकाल रहे है कुल मिला कर बिल्डर लोगो की खूंन पसीने की कमाई पर ऐश कर रहा है, सीईओ ग्रेटर नोएडा से शिकायत कर जल्द कार्यवाही की मांग करेंगे ।