राजपूत उत्थान सभा द्वारा नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में आज की रैली हुई रद्द

राजपूत उत्थान सभा द्वारा नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में आज की रैली हुई रद्द

आज सभी हिन्दू समुदाय के लोगों द्वारा नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में रैली का आयोजन था लेकिन 21 दिसम्बर की रात को 9 बजे रैली के नेतृत्वकर्ता राजपूत उत्थान सभा के प्रदेश अध्यक्ष धीरज सिंह को बीटा 2 कोतवाल सुजीत उपाध्याय द्वारा नजर बन्द कर दिया। पूरे दिन परीचौक और सिटीपार्क ग्रेटर नोएडा में रैली में शामिल होने आए लोग धीरज सिंह को ना पाकर इधर उधर सड़कों पर और थानों के चक्कर काटते रहे। इनमें से ही तीन लोगों को पुलिस ने अरेस्ट कर बीटा थाने में नजरबंद कर दिया गया। जिन्हें शाम होते होते रिहा कर दिया गया उसके बाद धीरज सिंह व उनके एक साथी ललित सिंह व अन्य को एसडीएम सदर द्वारा देर शाम 5 लाख के मुचलके पर रिहा किया गया। धीरज सिंह ने बताया कि माननीय नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए “नागरिकता संशोधन कानून” लाया गया है जिसका कुछ घुसपैठिये / कुछ विदेशी मुस्लिम समुदाय के लोग हिंसक विरोध कर रहे हैं। जिसमें पिछले कुछ माह पूर्व से देश की सम्पत्ति के साथ साथ जनधन की हानि लगातार बढ़ती ही जा रही है। देश की शांति और आर्थिक व्यवस्था पर विपरीत असर पड़ रहा है। हमारी सरकार से मांग है कि इन हिंसक विरोध प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करवाया जाए और जल्द से जल्द इन्हें देश से बाहर भगाया जाए। उन्होंने बताया कि हम भारतवासी हैं अपने राष्ट्र की सुरक्षा करना शासन प्रशासन के साथ साथ हमारा कर्तव्य और धर्म है इसलिए इसके समर्थन में आवाज उठाना हमारा हक है जिसके लिए आज हमने रैली का आयोजन किया था।

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