ग्रेटर वेस्ट की सोसायटी पाम ओलंपिया को दूसरा सुपरटेक नहीं बनने दिया जाएगा निवासियों ने किया विरोध ।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट सेक्टर 16 सी गौरसिटी 2 में पाम ओलंपिया सोसाइटी 25 एकड़ की एक प्लॉट में बनी है जिसमे बिल्डर ने 2 फेज में बांटकर निर्माण किया, फेज-1 को 2016 से निवासियों को पजेशन देना शुरू किया गया था। जब फेज- 1 में निर्माण कार्य व् बेचा जा रहा था तब पूरे प्रोजेक्ट का मॉडल व आवासीय भवन का नक्शा जो कि जुलाई 2013 में ग्रेटर नोएडा के अधिकारियों द्वारा पास के अनुसार प्रोजेक्ट निवासियों को बेचा गया था ।
लेकिन बिल्डर ने फैज़ 2 का निर्माण समय सीमा में ना करते हुए बार-बार नक़्शे को बदलवाने के प्रयास कर रहा है। जिसका तत्कालीन एओए विरोध करती रही है।
एसोसिएशन व् निवासियों का कहना व् मांग है की बिल्डर 2013 के नक्शे के अनुसार फेज का निर्माण करें जिसको दिखाकर हमें फ्लेट बेचे गए है। कई बार निवासियो द्वारा प्रदर्शन भी किये गये। एसोसिएशन द्वारा बार-बार ऑब्जेक्शन किया जाता रहा है। एसोसिएशन द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में 2020 में मानचित्र वॉयलेशन के विरुद्ध रीट अपील दायर की गयी। जिसको माननीय उच्च न्यायालय ने ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी को शियाकतकर्ता एसोसिएशन को सुनाते हुए समाधान करने के लिए बोला।
लेकिन अथॉरिटी ने समाधान के बजाय बिल्डर का साथ देते हुए सैकड़ों आपत्तियों के बावजूद नए नक्शे को मई 2023 में पास कर दिया। जिस पर पाम ओलंपिया अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन ने घोर आपत्ति जताई, लेकिन अथॉरिटी द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया।
अब पाम ओलंपिया अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन ने पुन: माननीय उच्च न्यायालय का रुख किया है जो कि रिट संख्या WRIT-C (WRIC) 4852/2024 के तहत माननीय उच्च न्यायालय में विचाराधीन है।
नए नक्शे में निवासियों की मुख्य परेशानियाँ निम्नानुसार है, निवासियो को जब फेज 1 बेचा गया तब जो नक्शा व् एमिनिटीज ग्रेटर नॉएडा प्राधिकरण से जुलाई 2013 में पास किया हुआ नक्शा के अनुसार थी जो कि वर्तमान मानचित्र से बिल्कुल अलग थी, अब नए नक़्शे में बिल्डर ने पाम ओलंपिया सोसाइटी के निवासियों की मुख्य सुविधा स्पोर्ट्स कोर्ट को ही नष्ट करके वहां एक्स्ट्रा टॉवर बनाने का प्लान किया जा रहा है..
स्पोर्ट्स कोर्ट के स्थान को फेज 2 में प्रयोग किया जाने का प्लान है । बिल्डर का फेज 1 के लिए स्पोर्ट्स कोर्ट को ही खत्म करने का प्लान कर रहा है.. जब स्पोर्ट्स कोर्ट ही नहीं रहेंगे तब बच्चे कहां खेलेंगे। .. पाम ओलंपिया के मैप के अनुसर दोनों तरफ एक जैसे स्पोर्ट्स कोर्ट बनाए जाने का प्लान था जिनमें से एक तरफ कोर्ट बने हुए हैं वैसे ही दूसरा तरफ बनाने थे .. लेकिन अब ये स्पोर्ट्स कोर्ट खत्म करके इनकी जगह टावर बनाने का प्लान है या निर्माण कार्य जोरो पर है .
पुराने नक्शों में 8 (6+2) टावर थे लेकिन अब नए नक्शों में 11 टावर बन जा रहे हैं..
पुराने टावरों में प्रीमियम टावर्स के सामने कोई टावर नहीं है, अब वहां टावर्स बने रहेंगे.. टॉवर -11 व् टावर 1 के सामने स्पोर्ट्स कोर्ट थे और टॉवर 12 के सामने सुन्दर पार्क होना था जबकि अब नए नक्शे में यहां पर टावर्स बनेंगे।
पुरे प्रोजेक्ट का FAR फेज 2 में ही प्रयोग किया जा रहा है जिसे फेज 2 की बिल्डिंग्स 32 मंजिल तक बनाने का प्लान है जबकि पुराने नक्शे में 25 मंजिल तक ही प्रोजेक्ट बनाना था, बिल्डर ने जो नक्शा निवासियों को प्रदर्शित किया, जिसका मॉडल दिखाकर , प्रचार करके प्रोजेक्ट बेचा गया था अब वो बदल कर अपनी सुविधा अनुसार अपना व्यवसायिक फायदा देखते हुए नए और ज्यादा टावर्स के साथ फेज 2 बना रहा है, भरपुर विज्ञापन के द्वार नए निवेशकों को हकीकत ना बताते हुए बुकिंग की जा रही है व् निर्माण कार्य जोरों पर है।
ये कुछ-कुछ सुपरटेक जैसा ही मामला है जो GNIDA की मिली भगत से सैकड़ों आपत्तियों के बाद नया नक्शा पास हो गया है.. लेकिन पालम निवासी माननीय अदालत का रुख कर चुके है। स्पोर्ट्स कोर्ट्स को किसी भी कीमत पर नष्ट नहीं करने दिया जाएगा। पुराने नक़्शे के अनुसार ही प्रोजेक्ट बने तक लड़ाई आदालतों में लड़ी जायेगी।
साथ में यहाँ रात के समय में भी निर्माण कार्य जोरों पार चलता है जिसका अथॉरिटी या प्रदुषण विभागों को कोई मतलब नहीं है। ये यहाँ रात के समय के निर्माण कार्य से पाम ओलंपिया के साथ-साथ आस पास के सोसायटी में रहने वाले करीब 15000-20000 लोगों की रात की नींद खराब हो रही है..जिस पर कोई अंकुश नहीं है।
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