नोएडा उद्योग विहार सोसाइटी में एक आपातकालीन EGM मीटिंग का आयोजन किया गया बैठक का मुख्य विषय यह था कि पूर्व RWA अध्यक्ष सुशील शर्मा, महासचिव केके रैना और कोषाध्यक्ष अतुल यादव चुनाव हारने के दो महीने बाद भी लेखा-जोखा, एग्रीमेंट और 3 साल के करीब 1.15 करोड़ रुपये के खर्च का हिसाब नवनिर्वाचित RWA टीम को नहीं दे रहे हैं
चुनाव जिला प्रशासन, डीएसओ, डिप्टी रजिस्ट्रार और पुलिस की निगरानी में निष्पक्ष रूप से हुआ था, 8 से 10 घंटे की वीडियो रिकॉर्डिंग होने के बावजूद ये लोग परिणाम नहीं मान रहे हैं।
बैठक में लगभग 100 के करीब निवासियों ने भाग लिया और अपनी नाराजगी जताई। जनता में भारी आक्रोश था और धरना देने की तैयारी तक बन गई थी। इस पर महासचिव रंजन कुमार ने सभी को संयमित करते हुए बताया कि पूर्व पदाधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
बैठक में टीम की सदस्य उमा रानी, डॉ. रंजना देवी, वाइस प्रेसिडेंट रणजीत मिश्रा और पूर्व सचिव बी.एन. पांडे ने भी अपने सुझाव व्यक्त किए, और team को एकजुट होकर पारदर्शिता और विकास के लिए काम करने का आह्वान किया।
इसके अलावा जगत सिंह, भोला सिंह, वीरेंद्र सिंह, संजीव चोपड़ा, थोड़ी सिंह और कई अन्य निवासियों ने भी पूर्व टीम के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की और RWA से अपील की कि जनता के पैसों का पूरा हिसाब लिया जाए।
अध्यक्ष मयंक चौहान ने कहा कि बैठक शांतिपूर्वक और सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई और DM, डिप्टी रजिस्ट्रार, DSO, SHO और FONRWA टीम को पूरे मामले की जानकारी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि सोसाइटी को भाईचारे से आगे बढ़ाना है, लेकिन अगर हैंडओवर और दस्तावेज नहीं दिए गए तो कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी।


