पिछले कई बार से लगातार ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों को शिकायत की गयी है और इसी संदर्भ में मैनेजर श्री यशपाल , ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी स्वास्थ्य विभाग से डॉक्टर उमेश चंद्रा द्वारा सर्वे करवाया कर मीटिंग की गयी जिसमें सोसायटी निवासियो के साथ गाँव के लोगों ने मिलकर समस्यायें बतायी।
नेफोमा महासचिव रश्मि पाण्डेय ने बताया की छोटी मिलक गाँव में कूड़े के निष्पादन की उचित व्यवस्था नहीं है सारा कूड़ा ग्रीन बेल्ट पर फेंका जाता है, गाँव में नलियाँ जाम है , जिससे गंदे पानी का जमाव हो गया है और बीमारियों को जन्म दे रहा है। कम्प्लेन करने पर अथॉरिटी से कूड़ा हटा तो दिया जाता है लेकिन वो कूड़ा दोबारा इकट्ठा कर दिया जाता है नेफोमा लगातार दो सालो से अथॉरिटी ने माँग कर रही हैं कि ग्रीन बेल्ट के रख रखाव की आवश्यकता है।साथ ही साथ छोटी मिल्क के गाँव में कूड़े को डालने के लिए उचित कूड़े दान की व्यवस्था भी करी जाए और उसके निष्पादन की भी समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि कूड़ा ख़ाली पड़ी ज़मीन पर ना फेंका जाए।
ग्रीनआर्च , हिमालय प्राइड के पीछे ख़ाली पड़ी ज़मीन की साफ़ सफ़ायी करायी जाए जिसमें गाँव से गंदा पानी जमा होता है, ख़ाली पड़ी ज़मीन पर सौंदर्यीकरण कर बच्चों का पार्क या ओपन जिम बनाया जाए जिससे गाँव एवं सॉसाययटी के निवासी दोनो वर्गों के लोगों फ़ायदा हो सके। गाँव वाले तथा सोसाइटी में रहने वाले दोनों को ही समस्याओं का सामना करना पड़ रहे हैं। छोटी मिलक गाँव निवासी श्याम सिंह ने बताया कि गांवों में कूड़े के निष्पादन की सही व्यवस्था नहीं है जिससे गाँव वाले कूड़े को ग्रीन बेल्ट एरिया में डालने के लिए मजबूर है, अथॉरिटी द्वारा कभी भी कूड़े को उठाने के लिए गाड़ी भी नहीं आती है, और गाँव के आस पास का इलाक़ा बीमारियों का घर बनता जा रहा है। आज सर्वे के दौरान सोसायटी निवासी गिरीश , अनिता , स्मिता अनामिका , दीपक तथा गाँव से श्याम सिंह , प्रकाश चंद मास्टर, राम कुमार बैसला इत्यादि लोग सम्मिलित थे।