गाँव में कूड़े की समस्या के निष्पादन को लेकर अथॉरिटी के सहियोग से नेफोमा ने फ़ीड्बैक फ़ाउंडेशन के साथ मिलकर ज़मीन पर मानचित्र बनाकर कूड़े की समस्या के मुख्य स्थानो को चिन्हित किया ।

गाँव में कूड़े की समस्या के निष्पादन को लेकर अथॉरिटी के सहियोग से नेफोमा ने फ़ीड्बैक फ़ाउंडेशन के साथ मिलकर ज़मीन पर मानचित्र बनाकर कूड़े की समस्या के मुख्य स्थानो को चिन्हित किया ।

ग्रेनो वेस्ट-टेकज़ोन 4 छोटी मिलक गाँव में कूड़े की समस्या के निष्पादन को लेकर ग्रेटर नॉएडा अथॉरिटी के सहयोग से नेफोमा ने फ़ीड्बैक फ़ाउंडेशन के साथ मिलकर गाँव का ज़मीन पर मानचित्र बनाकर कूड़े की समस्या के मुख्य स्थानो को चिन्हित किया जिसमें गाँव एवं सोसाईटी निवासियो दोनो ने भाग लिया। गाँव के निवासियो का कहना है की कभी भी कूड़ा उठाने के लिए गाड़ी नहीं आती इसी वहज से कूड़ा आस पास की ख़ाली पड़ी ज़मीन पर फेकने के लिए विवश है। कुछ ज़मीने आवासीय क्षेत्र में आती है जहां कूड़ा फेकने से अनेको बीमारियों की जननी बन रही है। गाँव के बच्चे बीमार हो रहे है। मच्छर और मक्खियाँ उत्पन्न हो रही है इसका तुरंत समाधान करना चाहिए।
नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी भी स्वच्छ भारत मिशन के तहत पूरे भारत से गंदगी को साफ़ करना चाहते है और हम सब मिलकर उनके इस मुहिम में हर सम्भव प्रयास करेंगे।
नेफोमा महासचिव रश्मि पाण्डेय ने बताया कि छोटी मिलक गाँव में क़रीब 80 मकान है जिनकी आवादी लगभग 500 है सभी घरों में शौचालय है जो कि एक बहुत अच्छी बात है यदि गाँव से निकलने वाले कूड़े की समस्या हल हो जाती है तो यह गाँव अपने आप में बाक़ियों के लिए एक मिसाल क़ायम करेगा।
फ़ीड्बैक फ़ाउंडेशन से संजीव शुक्ला ने बताया कि गाँव में कूड़े के निस्तारण के लिए हम महिलाओं और बच्चों को शिक्षित करना है, ताकि घर का सूखा और गीला कूड़ा अपने अपने ही स्तर पर अलग कर दिया जाए।
आज ट्रेनिंग के प्रथम चरण में मास्टर विजेंदर, सतीश , प्रेम सिंह , संजय , गौरव , दीपक श्रीवास्तव , अनामिका, किशलय, विक्टर , उमेश सिह इत्यादि लोग सम्मिलित थे।

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