मुरादनगर। उखलारसी बंबा रोड स्थित श्मशान घाट पर रविवार सुबह लेंटर गिरने से लगभग 50 लोग उसके नीचे दब गये। हादसे में अब तक 18 लोगों की मृत्यु की सूचना है, घायलों को मुरादनगर, मोदीनगर और गाजियाबाद के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार दयानंद कालोनी निवासी एक व्यक्ति दयाराम की बीती रात मृत्यु हो गयी थी। उसके अंतिम संस्कार में कालोनी के लोग व उसके रिष्तेदार श्मशान घाट पर आये थे। मृतक के दाह संस्कार के बाद लगभग 50 से अधिक लोग मौन धारण कर गैलरी में खडे थे। उसी समय गैलरी का लेण्टर भरभराकर गिर गया। जिसे देख श्मषान घाट पर अफरातफरी मच गयी। सभी लोग लेण्टर के नीचे दब गये। हादसे की सूचना मिलते ही गाजियाबाद के अलग-अलग थानों से बचाव के लिए फोर्स पहुंच गयी और एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू में जुट गई। मलबे मे दबे 35-40 लोगो को निकाला गया जिनमे से 18 की मृत्यु की सूचना है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। वहीं घटना स्थल के लिए मंडल के प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार इस हादसे में जोगेन्द्र, ओमकार, बंटी, दिग्विजय सहित अन्य मृतकों की पहचान का प्रयास किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार 5 माह पूर्व नगर पालिका परिषद द्वारा इस लेंटर का निर्माण कराया गया था। लेंटर आठ पिलरों पर टिका हुआ था। लेंटर श्मशान के मुख्य गेट से लेकर क्रियाकर्म स्थल तक डाला गया था। जिस वक्त हादसा हुआ, उस वक्त लेंटर के नीचे क्रिया कर्म की रस्म चल रही थी।
हादसे की सूचना पर एनडीआरएफ की दो टीम को तत्काल ही यहां पहुंची। एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट आदित्यप्रताप सिंह ने बताया कि दो टीमों में लगभग 70 से अधिक जवानों को रेस्क्यू के लिए लगाया गया है। साथ ही राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ अपने सभी दस्तों की मदद ले रहा है।
आई जी जोन प्रवीन कुमार ने बताया कि हादसे की उच्चस्तरीय जांच कर षीघ्र ही दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। क्षेत्रिय विधायक अजीतपाल त्यागी, जिलाधिकारी, एसएसपी आदि कई बडे अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद रहे। नगर में हुई इस हृदयविदारक घटना से नगरवासियो में शोक की लहर है। लोगो में चर्चा रही कि नगर के काफी लोग भ्रष्टाचार की भेंट चढ गये। लोगों ने लेंटर में प्रयुक्त सामग्री पर भी सवाल उठाये।