महागुन मंत्रा 1 में कई महीने से बेतन न मिलने के कारण कर्मचारियों ने पानी की सप्लाई रोकी

महागुन मंत्रा 1 में कई महीने से बेतन न मिलने के कारण कर्मचारियों ने पानी की सप्लाई रोकी

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की महागुन मंत्रा 1 सोसाइटी में बेतन न मिलने के कारण रखरखाव कर्मचारियों ने पूरी सोसाइटी के 546 फ्लैटो में पानी की सप्लाई तीन घण्टे से अधिक समय तक बंद कर ओवर हेड टैंक को खाली कर दिया । अचानक बिना किसी पूर्व सूचना के मेंटेनेंस व उनके कर्मचारियों के इस बर्ताव से लोग कुछ समझ नहीं पाये और अफरा तफरी मच गई । लैट्रिन बाथरूम में फँसे बच्चे व बीमार बिलबिला उठे ।93 वर्षीय राधा पांडेय जिन्हें लूज मोशन हो रहा था उन्हें काफी असुविधा का सामना करना पड़ा ।

पहले तो कुछ देर तक लोग कुछ समझ ही नहीं पाए कि क्या हुआ । लोगों ने फ्लैट में पानी न आने की शिकायत जब मेंटेनेंस को फोन पर किया तो उन्हें बताया गया कि कर्मचारी बेतन न मिलने के कारण हड़ताल पर हैं ।

निवासियों का कहना था हर महीने 18-20 लाख रुपये मेंटेनेंस देने के बाद इस तरह बिना किसी पूर्व सूचना के पानी बंद करना अपराध है । इसके लिये कर्मचारियों पर FIR सुरक्षा अधिकारी द्वारा कराई जानी चाहिए । कर्मचारीयों को उनके नियोक्ता वेतन नहीं दे रहे तो वे बिल्डर से बात करें कि उनके नियोक्ता कंपनी UFT को महागुन बिल्डर समय पर भुगतान क्यूँ नहीं दे रहा उन्हें इसके लिये महागुन पर क़ानूनी कार्यवाही करनी चाहिए न कि निवासियों की बिजली पानी जैसी अति आवश्यक सुविधा को बिना किसी पूर्व सूचना के बंद कर देना चाहिए यह अपराध है ।

कर्मचारियों के द्वारा इस तरह के आपराधिक कृत्य की शिकायत पुलिस में करने के लिये सुरक्षा अधिकारी व मेंटेनेंस के अधिकारियों से निवासियों ने कहा लेकिन वे टाल मटोल करते रहे । परेशान निवासियों के धैर्य का बांध टूट गया और टकराव कि स्थिति उत्पन्न होने लगी ।अंत में सोसाइटी देवेंद्र जाखड़ व जे पी पांडेय ने पुलिस को फोन कर बुलाया तब जा कर तीन घंटे बाद पुलिस के हस्तक्षेप से पानी की सप्लाई बहाल हो सकी ।

इस बीच कई बार ऐसी भी स्थिति आई जब निवासी व मेंटेनेंस के लोग आमने सामने आ गए किसी तरह से टकराव को सम्हला गया ।

निवासियों का कहना है आस पास कि सोसाइटियो के मुकाबले सबसे अधिक 3/56 पैसे प्रति स्क्वायर फिट मेंटेनेंस चार्ज देने के बाद उन्हें बिल्डर सुविधाएं नहीं दे रहा है । आए दिन कभी सफाई कर्मचारी तो कभी रखरखाव टीम कभी तकनीकी कर्मचारी वेतन न मिलने के कारण हड़ताल पर चले जाते है जिसका खामियाजा निवासियों को भुगतना पड़ता है । सुविधाएं न मिलने के कारण निवासी इस महीने से रखरखाव शुल्क बिल्डर को देना बंद कर अपनी स्वयं की व्यवस्था करने को मजबूर हैं । इसके लिय वे जल्द ही एक समिति का गठन कर एजेंसी का चयन करेगे ।

इस अवसर पर देवेंद्र जाखड़, जे पी पांडेय, अरुण बडोला, भाग्यश्री, राजेश कुमार, राजेश गुप्ता, विकास कुमार, गौरव शर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे ।

Delhi NCR