ग्रेटर नोएडा वेस्ट के इस सोसाइटी (Society) में शनिवार देर रात एक दुखद घटना घटी, जब टावर-26 की लिफ्ट (Lift) अचानक अटक गई। जिसमें एक 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला (Elderly Woman) करीब 30 मिनट तक फंसी रहीं। इस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई। आरोप है कि लिफ्ट में लगे सुरक्षा उपकरण समय पर काम नहीं कर पाए।
यह मामला ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित ला रेजिडेंशिया सोसायटी (La Residencia Society) का है। बता दें कि सोसायटी के टावर-26 के फ्लैट नंबर 903 में रहने वाली रीता श्रीवास्तव शनिवार रात करीब 10 बजे किसी काम से बाहर निकल रही थीं। जैसे ही वह लिफ्ट में सवार हुईं, लिफ्ट थोड़ा नीचे जाने के बाद अचानक रुक गई और बंद हो गई।
रीता श्रीवास्तव ने लिफ्ट (Elevator) का गेट कई बार बजाया और लिफ्ट में लगा सिक्योरिटी अलार्म भी दबाया, लेकिन कोई मदद नहीं पहुंची। लिफ्ट में लगा एंटी रेस्क्यू सिस्टम भी सक्रिय नहीं हुआ। काफी समय तक जब वह नीचे नहीं पहुंचीं, तो उनके परिजनों ने तलाश शुरू की। इसके बाद उन्हें लिफ्ट में फंसे होने का पता चला।
बिल्डर प्रबंधन (Builder Management) को सूचना मिलने के बाद महिला को बाहर निकाला गया। इस दौरान घबराहट और दम घुटने के कारण रीता श्रीवास्तव की हालत खराब हो गई। बताया गया कि उन्हें पहले से बीपी और शुगर की समस्या है। समय पर मदद न मिलने से उनकी परेशानी और बढ़ गई।
नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने बिल्डर पर एक्स पर सवाल उठाए कहा हर सोसाइटी का यही हाल है लिफ्ट एक्ट सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गया है आखिर लिफ्ट की घटनाओं पर कब रोकथाम होगी और किसकी जवाबदेही तय होगी
स्थानीय निवासियों ने लिफ्ट में लगे एंटी-रेस्क्यू सिस्टम (Anti-Rescue System) और अलार्म की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। लोगों का कहना है कि अगर ये उपकरण समय पर काम करते तो महिला को तुरंत बाहर निकाला जा सकता था। उन्होंने बिल्डर प्रबंधन से लिफ्ट की जांच और नियमित रखरखाव की मांग की है।

