गौतमबुद्ध नगर जिला रचेगा इतिहास, चार साल बाद देश के सबसे बड़े जेवर एयरपोर्ट से भरिए उड़ान ।

गौतमबुद्ध नगर जिला रचेगा इतिहास, चार साल बाद देश के सबसे बड़े जेवर एयरपोर्ट से भरिए उड़ान ।

उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा इंटरनेशल एयरपोर्ट, जेवर के विकास के लिए ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल ए. जी. के प्रतिनिधि‍यों के साथ ‘कंसेशन एग्रीमेंट’ पर हस्ताक्षर किए

.ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल को 40 साल के लिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का डिजायन, निर्माण और संचालन करने का लाइसेंस मिल गयाजेवर एयरपोर्ट पब्ल‍िक प्राइवेट पार्टनरशि‍प के आधार पर विकसित किया जाएगायह एयरपोर्ट साल 2024 में बनकर तैयार होगाउत्तर प्रदेश के नोएडा में बनने वाले देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट का निर्माण अब हकीकत में उतरने वाला है. बुधवार, 7 अक्तूबर को नोएडा में उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा इंटरनेशल एयरपोर्ट, जेवर के विकास के लिए ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल ए. जी. के प्रतिनिधि‍यों के साथ ‘कंसेशन एग्रीमेंट’ पर हस्ताक्षर किए हैं.

देश के सबसे बड़े और आधुनिक एयरपोर्ट के निर्माण के लिए करार करने के लिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमि‍टेड (नियाल) के दफ्तर को सजाया गया था. दोपहर करीब एक बजे नियाल के सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह और क्रिस्टोल्फ श्लेनमैन सीईओ, ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल ए. जी. ने कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए. इस कंसेशन एग्रीमेंट से ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल को 40 साल की अवधि‍ के लिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का डिजायन, निर्माण और संचालन करने का लाइसेंस मिल गया है.

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पब्ल‍िक प्राइवेट पार्टनरशि‍प (पीपीपी) के आधार पर विकसित किया जाएगा. यह वर्ष 2024 में बनकर तैयार होगा. भारत का सबसे नया ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट तीव्र, प्रभावशाली प्रक्रियाओं द्वारा यात्रियों, एयरलाइंस् और पार्टनर्स को बेहतरीन सुविधाएं प्रदान करेगा. नागरिक उड्डयन विभाग के निदेशक सुरेंद्र सिंह बताते हैं, “नोएडा इं‍टरनेशल एयरपोर्ट, जेवर पूर्णतया डिजिटल रूप से संचालित होगा और यात्रियों को कस्टमाइज्ड कमर्श‍ियल सुविधाएं प्रदान करेगा. यह एयरपोर्ट अपनी श्रेणी में पहला नेट जीरो एमीशन एयरपोर्ट होगा जो सतत एविएशन के लिए नया स्टैंडर्ड स्थापित करेगा.”

नोएडा एयरपोर्ट के जरिए योगी सरकार यूपी में बड़े पैमाने पर निवेश और रोजगार के आने की संभावना देख रही है. नोएडा एयरपोर्ट के करीब बन रही प्रदेश सरकार की इनफोटेनमेंट सिटी और अलीगढ़ में डिफेंस कॉरिडोर के पहले नोड में निवेशकों ने जिस तरह से उत्साह दिखाया है उससे प्रदेश सरकार की संभावनाओं को बल मिल रहा है. यूपी के अपर मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री एवं नागरिक उड्डयन विभाग, एस. पी. गोयल बताते हैं, “नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण राज्य में बड़े पैमाने पर रोजगार का सृजन करेगा साथ ही आने वाले वर्षों में घरेलू और ग्लोबल निवेशकों के लिए यूपी सबसे चहेता गंतव्य भी बन जाएगा.”करीब 30 हजार करोड़ रुपए से बनने वाले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण के लिए पिछले वर्ष 29 नवंबर को ग्लोबल टेंडर में ज्यूरिख इंटरनेशन एयरपोर्ट ए.जी ने 400.97 रुपए प्रति यात्री राजस्व देने का प्रस्ताव दिया था. वहीं अडानी इंटरप्राइसेस लिमिटेड ने 360 रुपए, दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने 351 रुपए और एनकोर्ज इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट होल्ड‍िंग लिमिटेड ने 205 रुपए प्रति यात्री राजस्व देने का प्रस्ताव किया था. वित्तीय नि‍विदा में ज्यूरिख एयरपोर्ट ने बाजी मार ली थी. ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशल ए.जी. को इसी वर्ष मई में जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का विकास करने के लिए गृह मामलों के केंद्रीय मंत्रालय से सिक्योरिटी क्ल‍िरेंस प्रदान किया गया था. ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल (एशि‍या) के मुख्य कार्यपालक अधि‍कारी डेनियल बर्चर बताते हैं, “वर्ष 2024 में नोएडा एयरपोर्ट के पहले चरण का विकास पूरा होने के बाद इसकी क्षमता 1.2 करोड़ यात्रियों की होगी. यह यात्रियों और लॉजिस्ट‍िक्स पार्टनर के लिए ‘ईज आफ यूज’ का एक मापदंड स्थापित करेगा.”

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड का गठन 28 अगस्त, 2018 को नागरिक उड्डयन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार, नोएडा, ग्रेटर नोएडा एवं यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्र‍ियल एक्सप्रेसेव अथॉरिटी (यीडा) के बीच संयुक्त उपक्रम के रूप में किया गया था. इस कंपनी की मौजूदा अधिकृत पूंजी दस हजार करोड़ रुपए है. कंपनी के व्यवसाय और संचालन का प्रबंधन बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स करते हैं जिसके चेयरमैन उत्तर प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी हैं. सात सदस्यीय इस बोर्ड में सीइओ नोएडा, सीइओ ग्रेटर नोएडा, सीइओ नोएडा एक्सप्रेसवे डेवलेपमेंट अथॉरिटी, सेक्रेटरी (या उसके द्वारा नामांकित अधि‍कारी) इंफ्रास्ट्रक्चर एवं औद्योगिक विकास विभाग, सेक्रेटरी (या उसके द्वारा नामांकित अधि‍कारी) वित्त विभाग और निदेशक नागरिक उड्डयन विभाग को निदेशक की हैसियत से शामिल किया गया है.

ऐसे हकीकत में उतरा सबसे बड़े एयरपोर्ट के निर्माण का सपनाः# 6 जुलाई 2017: निर्माण साइट की अनुमति मिली.#5 अक्तूबर 2017: गृह मंत्रालय ने एनओसी दी.#6 नवंबर 2017: गृह मंत्रालय ने इमीग्रेशन की एनओसी दी.#29 दिसंबर 2017: यमुना प्राधिकरण ने सलाहकार कंपनी का चयन किया. #11 जनवरी 2018: रक्षा मंत्रालय ने एनओसी दी.#23 अप्रैल 2018: नागर विमानन मंत्रालय ने दी सैद्धांतिक मंजूरी.#30 अक्तूबर 2018: जमीन लेने की अधिसूचना (धारा-11) लागू.#07 मई 2019: ग्लोबल बिड निकालने को मिली मंजूरी.#29 नवंबर 2019: टेंडर खुला, ज्यूरिख कंपनी ने लगाई सबसे ज्यादा बोली.#18 मई 2020: ज्यूरिख कंपनी के एसपीवी को मिली सिक्योरिटी क्लीयरेंस. #02 जुलाई-2020: करार की पहली तिथि तय, टली.#17 अगस्त-2020: करार की दूसरी तिथि तय, फिर टली.#28 सितंबर 2020: ज्यूरिख कंपनी से करार की तिथि तय.#7 अक्तूबर 2020: देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट के लिए नियाल और ज्यूरिख कंपनी में करार हुआ.

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