कानपुर दंगे पर मुख्यमंत्री योगी हुए सख्त आरोपियों की संपत्ति पर चलेगा बुलडोजर

कानपुर दंगे पर मुख्यमंत्री योगी हुए सख्त आरोपियों की संपत्ति पर चलेगा बुलडोजर

कानपुर में हुए सुनियोजित दंगों को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार कठोर फैसले ले सकती है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मामले पर नजर बनाए हुए हैं शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने गोरखपुर मंदिर से वर्चुअल बैठक की और अधिकारियों के मामले पर कड़ी कार्रवाई करते हुए निर्देश दिए हैं कि कानपुर पुलिस ने 1040 उपद्रवियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की है पुलिस ने दंगे के मुख्य आरोपी या जफर हाशमी से 40 अपराधियों को दर्ज किया है जबकि करीब 1000 ऊपर देवी की पहचान की जा रही है पुलिस 35 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है दंगों में शामिल आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी उनकी संपत्तियों पर बुलडोजर चलाए जाने और संपत्ति को करने पर भी विचार किया जाएगा

दरअसल भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा डिबेट में मुस्लिम पक्ष द्वारा हिंदू आस्थाओं का मखौल उड़ाने पर आपत्ति जताई थी अपूर्व शर्मा ने कहा था कि वह आश्रम इस्लामिक माताओं के आधार पर इस्लाम के पैगंबर के बारे में भी ऐसा कर सकती हैं मुस्लिम पक्ष का कहना है कि नूपुर शर्मा ने ऐसा कर उनके पैगंबर का अपमान किया है कानपुर में शुक्रवार की नमाज के बाद अचानक अनियंत्रित हुई भीड़ ने कानपुर में दंगा शुरू कर दिया नूपुर शर्मा के बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए 27 मई को मौलाना मोहम्मद अली जौहर फैंस एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर आदमी ने बाजार बंद का आह्वान किया शर्मा के बयान के विरोध में कानपुर शहर में पोस्टर भी लगाए गए 28 मई को हयात की तरफ से 3 मई को जेल भरो आंदोलन का आह्वान किया गया 29 मई को मुस्लिम बहुल आबादी वाले क्षेत्रों में हजारों लोगों ने हाथ को अपना समर्थन दे दिया 30 मई को हयात ने मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ बैठक की 1 जून को है आपने 5 जून तक बंदी और जेल भरो आंदोलन डाल दिया लेकिन बाजार में लगे 3 जून के बंद कराने की घोषणा को जारी रखते हुए दुकानों को बंद करने की अपील की गई

मस्जिदों में तकरीरों में नूपुर शर्मा के बयान को पैगंबर साहब का अपमान बताते हुए इसे बर्दाश्त नहीं करने की बात कही गई शुक्रवार की नमाज के बाद अचानक मस्जिद से निकली भीगने यतीमखाना इलाके में जबरन बाजार बंद कराना शुरू कर दिया यहां पर स्थिति कुछ हिंदू दुकानें भी स्थित हैं इन दुकानों के मालिकों को दुकान को बंद करने से इंकार कर दिया भीड़ ने दुकानों को जबरन बंद कराने का प्रयास किया जिससे माहौल बिगड़ गया भीड़ ने दुकानों पर जमकर पथराव किया देखते ही देखते परेड चौराहे पर हजारों की संख्या में ऊपर दिनों की भीड़ घटित हो चुकी थी हालात तेजी से बेकाबू होते चले गए पुलिस परिस्थितियों से इतनी विपरीत हो गई कि कुछ समय के लिए पुलिस भी अपराधियों के सामने बेबस ही नजर आए

उपद्रवि छोटी-छोटी गलियों से निकलकर पथराव कर रहे थे और इन गलियों में छुप जा रहे थे कि देर के लिए ऐसा प्रतीत हुआ कि पुलिस छोटी और स्त्रियों की भूल भुलैया में फस गई है लगभग 5 घंटे तक चलता रहा आसपास के लगभग एक दर्जन थानों की पुलिस मौके पर काबू करने के लिए भेजा गया हिंसा में लगभग एक दर्जन पुलिसकर्मी और 3 दर्जन स्थानीय लोग घायल हुए जिनका उपचार विभिन्न स्थलों में चल रहा है ।

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