रवि काना की संपत्ति को कुर्क करने की तैयारी में कमिश्नरेट पुलिस

रवि काना की संपत्ति को कुर्क करने की तैयारी में कमिश्नरेट पुलिस

ग्रेटर नोएडा के लुक्सर जेल में बंद गैंग रेप और गैंगस्टर ऐक्ट के आरोपी स्क्रैप माफिया रवि काना के मददगारों पर कमिश्नरेट पुलिस बड़ी कार्रवाई करने जा रही है। संगठित गिरोह बनाने में स्क्रैप माफिया की मदद करने और अपराध में सहयोग देने वाले पुलिसकर्मी समेत आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज होने की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। एक माह के भीतर आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया जाएगा। इसके बाद इनकी गिरफ्तारी की भी अटकलें हैं।

कमिश्नरेट पुलिस के विशेष सूत्रों के अनुसार स्क्रैप माफिया रवि काना की मदद करने वाले लोगों की पहचान करने के बाद सभी साक्ष्य जुटा लिए गए हैं। मददगारों के काले कारनामे का पूरा लेखा-जोखा पुलिस कमिश्नर को भेज दिया गया है। जिन मददगारों पर कार्रवाई होनी है उनमें कई पुलिसकर्मी भी शामिल है। कुछ पुलिसकर्मियों की पूर्व में जनपद में तैनाती रही है। कुछ की तैनाती अभी भी है। पत्रकारिता के पेशे से जुड़े भी कई नाम मददगारों में शामिल हैं। कार्रवाई का अंदेशा होते ही रवि काना गिरोह के सदस्यों की धड़कनें बढ़ गई हैं। मीटिंग कर कार्रवाई संबंधित जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा रवि काना की नई चल और अचल संपत्ति की पहचान की जा रही है। कुछ नई संपत्ति को चिन्हित कर लिया गया है। जल्द ही संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई फिर शुरू हो जाएगी। कमिश्नरेट पुलिस रवि काना और उसके सहयोगियों की अबतक अरबों रुपये की संपत्ति को कुर्क कर चुकी है।

ऐसे स्क्रैप माफिया बना रवि काना

साल 2014 में भाई की हत्या के बाद पूरे गैंग की कमान रवि ने अपने हाथों में ली। जिसके बाद उसने कई बड़े स्क्रैप कारोबारियों का धंधा बंद करा दिया और उनका माल अपने यहां ले आया। यहां तक की जबरन वसूली का काम भी कर रहा था। रास्ते में जो ट्रक माल लेकर निकलते थे, उन्हें भी रोककर अपने यहां ले आता था। बताया तो ये भी जा रहा है कि कई पुलिसकर्मी भी रवि काना का साथ दे रहे थे। जिस वजह से उसे पकड़ना मुश्किल हो गया था। पुलिस के मुताबिक रवि काना का गिरोह कथित तौर पर स्क्रैप का व्यापार करता है और ठेके हासिल करने के लिए आपराधिक पृष्ठभूमि का इस्तेमाल करता है। स्क्रैप के ठेकों को लेकर वह कई लोगों की हत्या भी करा चुका है। लखनऊ के शराब कारोबारी से लेकर कई अन्य लोगों ने उसकी खूब मदद की है।

माफिया पर हैं ये आरोप

जनवरी 2024 में रवि काना सहित पांच लोगों के खिलाफ सेक्टर-39 कोतवाली क्षेत्र के एक मॉल की पार्किंग में युवती से गैंगरेप का मुकदमा दर्ज किया गया। इसी के बाद रवि काना गैंग की उल्टी गिनती शुरू हो गई। इसके पहले भी मुकदमे दर्ज थे, लेकिन गैंगरेप के मुकदमे के बाद रवि काना की मुश्किलें बढ़ गईं। इसके बाद रवि काना गैंग के खिलाफ जनवरी 2024 में ही गैंगस्टर एक्ट के तहत थाना बीटा-2 थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। इसमें दनकौर के दादूपुर निवासी रवि नागर उर्फ रवि काना के अलावा राजकुमार नागर, गुरुग्राम निवासी तरुण, कासना निवासी अमन और विशाल, दनकौर निवासी अवध, महकी नागर, अनिल, विक्की, अफसर, राशिद अली, आजाद नागर, प्रह्लाद, विकास नागर, मधु और काजल झा शामिल थे। मामले में ज्यादातर आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है।

हाल ही में महिला मित्र को मिली जमानत

स्क्रैप माफिया रवि काना की महिला मित्र काजल झा को हाल ही में इलाहाबाद हाई कोर्ट से जमानत मिल गई। न्यायालय से जमानत मिलने के बाद लुक्सर जेल से काजल झा को रिहा कर दिया गया। हालांकि स्क्रैप माफिया रवि को अभी न्यायालय से राहत नहीं मिली है। गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज होने के बाद स्क्रैप माफिया रवि अपनी पत्नी और महिला मित्र के साथ बैंकॉक भाग गया था। थाईलैंड पुलिस ने स्क्रैप माफिया रवि और उसकी महिला मित्र काजल झा को गिरफ्तार किया था। इसके बाद दोनों को दिल्ली एयरपोर्ट भेजा गया था। नॉलेज पार्क थाना प्रभारी ने टीम के साथ 26 अप्रैल को दिल्ली एयरपोर्ट से स्क्रैप माफिया रवि काना और उसकी महिला मित्र काजल झा को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने काजल झा को स्क्रैप माफिया रवि का राजदार बताया है। माफिया रवि के स्क्रैप के काले कारोबार का मैनेजमेंट काजल झा संभालती थी।

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