ग्रेटर नोएड़ा वेस्ट इकोविलेज टू के दर्जनों फ्लेट बायर्स फ्लेट की पोजेशन न मिलने से दुखी होकर सूपरटेक के सेक्टर 58 स्थित ओफिस मीटिंग करने पहुँचे जहाँ उनको एक घण्टे से ज्यादा इंतज़ार कराया गया बाद में सुपरटेक के डायरेक्टर जी० एल० खेड़ा ने मीटिंग में बायर्स की समस्याओं को सुनना स्टार्ट किया, बॉयर्स ने पिछली मीटिंग का हवाला देते हुए कहा कि आपने जुलाई 2018 में पोजेशन का वादा किया था जिस से सुपरटेक के डायरेक्टर मुकर गए,
बॉयर्स ने कहा मेरे पास रिकार्डिंग है उसके बाद डायरेक्टर खेड़ा मीटिंग को अधूरा छोड़कर झल्लाते हुए चले गए, फ्लेट बॉयर्स बार बार मीटिंग, प्रदशर्न करने आते है लेकिन बिल्डर की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ता, आज पूरे दिल्ली एनसीआर में फ्लैट बॉयर्स की समस्या जोरो पर है सरकार दावा करती है फ्लेट दिलाने का वो भी खोखले साबित होते नज़र आते है फ्लेट बॉयर्स जफ़र का कहना है कि कोई भी कर्मचारी बात करने को तैयार नही है। हमने 2011 मे इकोविलेज टू मे टावर बी 4 मे घर बुक करवाया था लेकिन अभी भी टावर मे आधा काम बचा हुआ है। केवल तीन चार मजदूर लगे हुए है। सुपरटेक ने रोड फेसिंग टावर तैयार कर दिये जो बाद में लांच किये गये थे।
बायर्स का कहना है कि जो टावर अदंर थे उनको स्टोरेज के काम लिया जा रहा है और बिल्डर का बायर्स को घर देने का कोई प्लान नहीं है। खरिददार कमलेश शर्मा का कहना है जो खरिददार आपत्ति दर्ज कराते हैं उन्हें बिल्डर घर बदलने का ओफर देता है ओर आज की रेट के मुताबिक पैसे की डींमाड करता है। बैक की किश्त और किराया दे देकर बायर्स का जीवन नरक बन चुका है और बिल्डर सुनने को भी तैयार नही हैं। ऐसे मे खरिददार आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर होगें। मीटिंग में कमलेश शर्मा, सुशील कटियार, सुनील बालियान, आदिस जैन, स्वपनिल शर्मा, गोपाल बर्णवाल, मुकेश, संजय कुमार, तरुण भटनागर, आयुष जैन, प्रवीण चंदेला, अर्चना आदि बॉयर्स ने हिस्सा लिया